भारत में कोरोना केस 3 करोड़ के करीब
ग्राफ भारत में कोरोना वायरस का ग्राफ नीचे आ रहा है और 91 दिनों बाद मंगलवार को पहली बार 50 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं. लेकिन इसी के साथ देश में कोरोना महामारी से कुल संक्रमितों की संख्या 3 करोड़ के करीब पहुंच गई है. बुधवार को यह संख्या आधिकारिक तौर पर तीन करोड़ के पार कर जाने का अनुमान है, यानी महज 51 दिन में एक करोड़ मामले मिले हैं. ये कोरोना की दूसरी लहर का ही नतीजा है कि देश में इस दौरान न केवल पहली लहर के एक लाख मामलों का रिकॉर्ड टूटा, बल्कि नए मामलों की सुनामी के बीच यह आंकड़ा धीरे-धीरे 4 लाख के भी पार कर गया.
51 दिनों में एक करोड़ केस
देश में मंगलवार को कोरोना के मरीजों की संख्या दो करोड़ 99 लाख 77 हजार 861 तक पहुंच गई है, जो तीन करोड़ करीब 22 हजार कम है. इसके संभवतः बुधवार को तीन करोड़ का आंकड़ा आधिकारिक तौर पर पार कर जाने का अनुमान है. ऐसे में 23 जून के आधार पर गिना जाए तो भारत में महज 51 दिनों में कोरोना के एक करोड़ केस मिले हैं. कोरोना की दूसरी लहर के कहर को दिखाता है. रोजाना का औसत देखा जाए तो यह इन 51 दिनों में करीब दो लाख केस (1.96 लाख) रोज मिले हैं. इसमें 6 मई को रिकॉर्ड 412262 कोरोना मरीज मिले थे.
पहले 11 महीने में पहले एक करोड़ केस
देश में कोरोना का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को रिपोर्ट हुआ था और कोरोना के एक करोड़ मामले 18 दिसंबर को हुए थे, तब कुल संक्रमितों की संख्या 10004825 तक पहुंची थी. यानी करीब 11 महीनों में कुल मरीज एक करोड़ हुए थे. कोरोना की पहली लहर के दौरान तब 16 सितंबर को एक दिन में अधिकतम 97859 केस मिले थे.
साढ़े चार माह में 1 करोड़ मामले और बढ़े
देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या 03 मई को दो करोड़ के पार कर गई थी. तब यह कुल मरीजों की तादाद 20275543 हो गई थी. यानी पांच माह में भी कम वक्त में एक करोड़ मरीज मिले थे. एक पहले एक करोड़ मरीजों के मुकाबले दूसरे एक करोड़ मरीज आधे से भी कम वक्त में दो करोड़ हो गए.
22 जून को 3 माह बाद 50 हजार से कम केस
भारत में 91 दिनों यानी तीन महीनों में पहली बार कोरोना के रोजाना के मामले 50,000 से नीचे रहे हैं. नए कोविड-19 केस मंगलवार को 42,000 के ऊपर हैं. पिछले 24 घंटे में 42,640 संक्रमित मिले हैं. इस दौरान कुल 1,167 मरीजों की मौतें हुई हैं. कोरोना की दूसरी लहर का कहर कम होने के साथ लगातार नए मामलों में कमी आ रही है. पॉजिटिविटी रेट लगातार पिछले 15 दिनों से 5 फीसदी के नीचे बना हुआ है.